दिन हो या रात, सोकर उठे हो या सोने के लिए जाने वाले हो, जब तक हम जगे हुए होते हैं, हम सभी को समय देखने की आदत होती है. इसीलिए आजकल इंटरनेट के ज़माने में समय जानने के लिए हम सर्च करते हैं की गूगल अभी टाइम कितना हो रहा है? या यूँ कहें की Kitna baj raha hai?
समय हर देश में अलग-अलग होता है. दुनिया के सभी देशों में समय अलग-अलग तरह से चलता है. जिसके कारण हर देश में समय एक जैसा नहीं रहता. कहीं 2 घंटे आगे समय चलता है, तो कोई देश में 2 घंटे पीछे समय चलता है. इस तरह से हर देश में समय बिलकुल भिन्न तरह से चलता है. इसे GMT के जरिये मापा जाता है.
समय कितना हो रहा है | Time Kitna Ho Raha Hai?
समय एक ऐसा अमूल्य चीज है जिसका कोई मोल नहीं होता. समय हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. समय किसी के लिए नहीं रुकता, यह चलते रहता है जो व्यक्ति समय के साथ चलता है उसका जीवन उजागर होता चला जाता है जो व्यक्ति समय से पीछे चलता है वह हमेशा पीछे ही रह जाता है.
हर देश में समय अलग-अलग तरीकों से चलता है किसी देश में दिन होता है तो किसी देश में रात होती है, किसी देश का समय हमारे देश के समय से 4 घंटे आगे चलता है तो कई देश का समय हमारे देश से 2 घंटा पीछे चलता है. इस तरह हर देश में समय का परिवर्तन होता है और लोग अपने देश के समय के अनुसार अपने जीवन को चलाते है.
भारत में अभी कितना टाइम हो रहा है?
Analog Watch
भारत में समय |
Digital Watch
भारत के लोग समय के अनुसार अपने हर कार्य को करते हैं जिससे उनकी जिंदगी अच्छी होती चली जाती है. समय का आदर करने से और समय के साथ चलने से हर एक इंसान की जिंदगी संवर जाती है क्योंकि समय किसी के लिए नहीं रूकता यह एक लगातार चलते रहता है.
इसलिए हमें अपना हर एक कार्य समय के अनुसार करनी चाहिए और कभी भी समय का अनादर नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान के द्वारा हमारे जीवन में दिया गया समय अमूल्य उपहार है जिसे जो व्यक्ति अनुशासन रूप से अपनाया उनका जिंदगी सवर गया है.
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पहले के जमाने में लोग समय कैसे देखते थे?
प्राचीन काल के लोग समय का अनुमान मुख्यतः तीन प्रकार से लगाया करते थे:
1. सूर्य
पहले के जमाने में लोग सूर्य के गति तथा उनके प्रकाश के द्वारा समय का पता लगाते थे यदि सूर्य माथे के ऊपर की दिशा में रहते हैं तो उन लोगों का मानना था कि दोपहर की टाइम हो चुकी है.
यदि सूर्य का प्रकाश धीरे-धीरे कम होता चला जा रहा होता है तो उन लोगों का मानना रहता है कि शाम होने वाली है, इस तरह पहले के जमाने के लोग सूर्य की मदद से समय का पता लगाते थे.
2. रेत (sand watch)
पहले जमाने के लोग के पास घड़ी या फ़ोन नहीं हुआ करता था वे लोग रेत के मदद से समय का अनुमान लगाते थे,और वही समय के अनुसार अपने जिंदगी को आगे बढ़ाते थे.
रेत से पता लगाए जाने वाला समय सही समय निकलता था इसलिए वे रेत से समय का पता लगाते थे और अपने कार्यों को समय के अनुसार करते थे.
3. पानी (water watch)
पहले जमाने के लोग अक्सर पानी से भी समय का पता लगाकर अपने कार्यों को समय अनुसार किया करते थे. सूर्य तथा रेत के साथ साथ प्राचीन काल के लोग पानी से भी समय का अनुमान लगाया करते थे और इसी अनुमान लगाए गए समय के अनुसार वह अपनी जिंदगी में आगे बढ़ते थे.
आधुनिक जमाने में समय देखने का यंत्र
अब के जमाने में समय का पता लगाने के लिए विभिन्न प्रकार के तरीकों का खोज वैज्ञानिक कर चुके हैं:-
1. घड़ी
घड़ी एक ऐसी यंत्र है जिससे हम समय आसानी पूर्वक देख सकते हैं इस यंत्र को वैज्ञानिक द्वारा बनाया गया है, जिससे हर एक व्यक्ति आसानी पूर्वक समय देखने में सक्षम हो सकें.
घड़ी आज के समय में बहुत प्रकार के हैं जैसे दीवाल घड़ी जो घरों की दीवारों में टांग कर लगाई जाती है जिसका आकार बड़ा होता है, इससे परिवार का हर एक सदस्य घर में समय देख सकता है.
एक हाथ घड़ी होती है जिसे लोग अपने हाथों में पहना करते हैं और वे अपने कार्यों में जाते हैं जैसे ऑफिस जाना, बाहर जाना, मार्केट जाना इत्यादि.
इन सभी जगहों में लोग घड़ी को हाथ में पहन कर जाते हैं ताकि वह आसानी पूर्वक समय को देख सकें. समय देखने के लिए हाथों में पहने जाने वाली घड़ी बहुत ही प्रसिद्ध हो चुकी है जो लगभग हर एक व्यक्ति के कलाई में उपलब्ध रहती है.
दिवाल घड़ी का आविष्कार 996 इसवी में पॉप सिल्वेस्टर ड्यूटी ने बनाई थी तथा हाथ की घड़ी का आविष्कार Blaise Pascal के द्वारा किया गया था.
ब्लेज़ पास्कल जब अपने कार्यों में लगे रहते थे उस समय उन्हें समय देखने में परेशानी होती थी जिस कारण से Blaise Pascal हाथ में पहने जाने वाले घड़ी के एक हिस्से को रस्सी से अपने हाथों में बांध कर समय देखते थे. इस प्रकार हाथ के घड़ी का आविष्कार हुआ.
2. फोन
आज के जमाने में घड़ी के साथ साथ सभी लोगों के पास फोन उपलब्ध रहता है जिसमें टाइम सेट किया जाता है. हम जब चाहे फोन को ऑन करके समय देख सकते हैं.
समय देखने के लिए फोन भी हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. किसी भी वक्त हम फोन की मदद से समय देखने में सक्षम हो पाते हैं. फोन कई तरह के आते हैं जिसमें कुछ स्मार्टफोन होते हैं तो कुछ सिंपल फोन होते हैं.
फोन किसी भी तरह का हो हर फोन में टाइम सेट करने की सेटिंग होती है और लोग टाइम को सेट करके फोन अपने पास रखते हैं ताकि वे जब चाहें तो समय देख सकें.
विश्व का सबसे पहला फोन का निर्माण मार्टिन कूपर नामक एक इंजीनियर ने किया था जो अमेरिका के थे इन्होंने 3 अप्रैल 1973 को इस फोन को प्रस्तुत किया. इस फोन के साथ साथ वे बहुत सारे फोन का भी निर्माण करते गए.
3. गूगल
कुछ लोगों के फोन में टाइम सेट नहीं होता तो वे गूगल से समय का पता लगाते हैं. वे गूगल से क्वेश्चन करते हैं गूगल टाइम कितना हुआ है तो गूगल उनके सामने समय को प्रस्तुत करते हैं और सही समय उन्हें दिखाते हैं.
इसलिए फोन में टाइम सेटिंग ना करने के बावजूद भी लोग फोन में उपस्थित गूगल एप से समय का पता लगा लेते है.
लोग गूगल असिस्टेंट से समय का पता लगाते हैं, गूगल असिस्टेंट से लोग प्रश्न करते हैं कि गूगल हमें अभी का समय बताएं तो गूगल असिस्टेंट हम लोगों को अभी का समय प्रस्तुत करते हैं जिससे हम समय जानने में सक्षम हो पाते हैं.
गूगल असिस्टेंट से समय पता करने के लिए फोन में उपस्थित प्ले स्टोर ऐप से गूगल असिस्टेंट को डाउनलोड करना होता है और डाउनलोड करने के बाद इसे खोलने की सारी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद कोई भी क्वेश्चन इससे पूछा जाने पर सही जवाब हमें यह प्रदान करता है.
इन सभी यंत्रों से हम समय का पता लगा सकते हैं और जान सकते हैं कि समय कितना हो रहा है. यह सभी यंत्र हमें सही समय बताता है इसलिए इन यंत्रों का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण प्रभाव है.
लंदन में टाइम कितना हो रहा है?
हर देश में समय अलग-अलग रफ्तार से चलती है कोई देश में समय पीछे चलता है तो कोई देश में समय आगे चलता है इसके साथ साथ समय के परिवर्तन के कारण कोई देश में रात होता है तो उसी समय में कोई देश में दिन होती है इस तरह से सभी देशों में अलग-अलग समय होता है.
इस प्रकार लोग अपने देश के समय के रफ्तार के अनुसार अपने जिंदगी को आगे बढ़ाने के साथ-साथ अपने हर कार्य को करते हैं.
दुबई में अभी टाइम कितनी हो रही है?
दुबई का समय लंदन की अपेक्षा 3 घंटे आगे की रफ्तार से चलती है.
दुबई के लोग दुबई के समय की रफ्तार के अनुसार अपने जीवन के गाड़ी को आगे बढ़ाते हैं और अपने हर एक आवश्यकता अनुसार कार्यों को समय के अनुसार करते हैं.
हर व्यक्ति को समय का आदर करने के साथ-साथ समय के अनुसार चलना चाहिए क्योंकि समय को महत्व देने वाला व्यक्ति अपनी जिंदगी में बहुत आगे बढ़ता है और जो व्यक्ति समय को महत्व नहीं देता उनकी जिंदगी में अंधेरा छा जाता है.
समय किसी के लिए एक क्षण भी नहीं रुकता. कई बार ऐसा होता है कि एक सेकंड के लिए कई लोगों की महत्वपूर्ण कार्यों में बाधा आती है इससे कार्य पूरा नहीं हो पाता. इसलिए हर एक व्यक्ति को समय के अनुसार अपने हर कार्य को करना चाहिए जिससे उनके जीवन में रोशनी बना रहे.
निष्कर्ष
हर देश के लोग अपने अपने देश में चलने वाले समय के रफ्तार से अपनी जिंदगी को भी आगे बढ़ाते हैं क्योंकि हर देश में समय अलग-अलग रफ्तार से चलता है.
आज हमने इस आर्टिकल के माध्यम से Time Kitna Ho Raha Hai? , इससे संबंधित सारी जानकारियां आपको दी है. यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो आप अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें.