House Construction: दिल्ली से लेकर रायपुर तक में सरिया सस्ता

आप देश के किसी भी कोने में क्यों ना हो यदि आप का भी सपना स्वयं का घर बनाने का है, तो फिर इस सपने को पूर्ण करने हेतु सर्वाधिक अनुकूल परिस्थितियों की उत्पत्ति हो चुकी है.

अभी कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स में मुख्य रूप से सरिया और सीमेंट के मूल्य पूरी तरह से गिर चुके हैं. जिसका फायदा प्रत्येक समझदार व्यक्ति को उठा लेना चाहिए.

यदि आप इस समय में गृह निर्माण कार्य जैसे कठिन और महंगे कार्य को पूर्ण करने का संकल्प लेते हैं. तो इस कार्य को पूर्ण करने हेतु आपको तनिक मात्र ही सही किंतु सहूलियत प्राप्त होगी.

आप किसे प्राथमिकता देंगे?

स्वयं का घर बनाना तो लगभग प्रत्येक व्यक्ति का सपना होता है, किंतु यह कार्य किस प्रकार से पूर्ण होगा यह भी बहुत ही ज्यादा मायने रखता है.

अर्थात स्वयं के नए घर की प्राप्ति हेतु व्यक्तियों के समक्ष मुख्य रूप से दो विकल्प होते हैं.

सर्वप्रथम तो बना बनाया घर खरीदें या फिर प्लॉट खरीद कर स्वयं के सामर्थ तथा आवश्यकता के अनुरूप स्वयं घर का निर्माण करें.

यह दोनों ही विकल्प अपने-अपने स्थान पर सर्वोत्तम है, किंतु आवश्यक तो यह है कि आप इन दोनों में से किसका चयन करते हैं?

यदि आप स्वयं का घर बनाना चाहते हैं, तो इस कार्य हेतु अभी से ज्यादा उपयुक्त समय नहीं प्राप्त हो सकता है.

क्योंकि अभी सरिया और सीमेंट के मूल्य गिर चुके हैं, और कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स में यदि किसी भी मटीरियल के मूल्यों में हल्की सी भी गिरावट देखने को मिलती है, तो फिर इससे सुनहरे अवसर के रूप में देखा जाता है.

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कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स के मूल्य क्यों गिरे?

सर्वाधिक आवश्यक प्रश्न यह भी है कि आखिर कंस्ट्रक्शन मैटेरियल के मूल्य क्यों गिरे? सर्वप्रथम तो हम आपको इसका उत्तर प्रदान करते हुए यह कहना चाहेंगे कि इसका सर्वाधिक मुख्य कारण वर्षा ऋतु रही है.

वर्षा ऋतु के समय में देश के बहुत सारे क्षेत्रों में जोरदार वर्षा हो रही थी. जिस वजह से निर्माण कार्यों को कर पाना बहुत ही ज्यादा कठिन था.

जिसके परिणाम स्वरूप निर्माण कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो चुके थे.

निर्माण कार्यों के ना होने के कारण कंस्ट्रक्शन मैटेरियल की डिमांड में काफी ज्यादा गिरावट आ गई थी.

डिमांड में ही जब गिरावट आ चुकी है, तो फिर इसके मूल्यों में गिरावट आना स्वभाविक है.

अगर फिलहाल में घर बनाने की सोच रहे हैं तो हमारे द्वारा दी जा रही House Construction Tips को जरूर पढ़ें और इन बातों पर ध्यान दें, होगी बचत.

शहरों में 2 महीनों के मूल्य

हमने नीचे शहर तथा राज्यों का विवरण प्रदान किया है. उसके साथ ही साथ अक्टूबर और दिसंबर के महीने में क्या मूल्य निर्धारित रहे? इसके विषय में विवरण प्रदान किया है.

जिससे कि आप इस बात की तुलना कर सके कि कितने रुपए तक की बचत आप कर सकते हैं.

यदि आप छत्तीसगढ़ राज्य के रायगढ़ शहर से हैं तो फिर आपको यह बात अवश्य ही पता होगी, कि अक्टूबर के महीने में एक टन सरिया का मूल्य ₹50000 निर्धारित है.

किंतु दिसंबर में यह मूल्य ₹47500 प्रति टन के स्तर पर आ पहुंचा है.

उड़ीसा के राउरकेला शहर में अक्टूबर के महीने में 1 टन सरिया का मूल्य ₹51100 निर्धारित था, लेकिन दिसंबर के महीने में यह मूल्य ₹48,500 कहीं सीमित है. 

महाराष्ट्र के नागपुर शहर की यदि बात की जाए तो यहां पर यदि कोई व्यक्ति 1 टन सरिया की खरीददारी अक्टूबर महीने में करता तो फिर उसे ₹51900 देने पड़ते है.

लेकिन यदि दिसंबर के महीने में वह खरीदारी करेगा तो फिर उसे ₹49500 ही देने पड़ेंगे.

तेलंगना के हैदराबाद शहर की यदि बात की जाए तो यहां पर सरिया के मूल्यों में किसी भी प्रकार से कोई परिवर्तन नहीं देखने को मिला है.

अर्थात अक्टूबर के महीने में एक टन सरिया का मूल्य ₹52000 निर्धारित था वही दिसंबर के महीने में भी यह मूल्य बरकरार रहा है.

राजस्थान के जयपुर में अक्टूबर के महीने में एक टन सरिया का मूल्य ₹53100 निर्धारित किया गया था. लेकिन दिसंबर के महीने में यह मूल्य केवल ₹52000 प्रति टन के स्तर पर आकर रुक चुका है.

भावनगर में प्रति टन सरिया के ऊपर ₹1000 की गिरावट देखी जा सकती है. अर्थात अक्टूबर के महीने में यहां पर एक टन सरिया का मूल्य ₹54500 निर्धारित किया गया था.

किंतु यदि अभी आप इसकी खरीदारी करते हैं, तो आप केवल ₹53500 ही देने पड़ेंगे.

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर में सरिया के मूल्यों में गिरावट साफ तौर से देखी जा सकती है.

यहां पर अक्टूबर के महीने में ₹52200 प्रति टन के हिसाब से सरिया उपलब्ध था. किंतु दिसंबर के महीने में यह मूल्य केवल ₹51900 तक सीमित हो चुका है.

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर की यदि बात करें तो यहां पर ₹54200 प्रति टन के हिसाब से सरिया अक्टूबर के महीने में बेची जा रही थी. लेकिन दिसंबर के महीने में यह मूल्य केवल ₹53,700 निर्धारित की गई है.

यदि आप गोवा में रहने वाले निवासी है, तो फिर गोवा में अक्टूबर के महीने में सरिया का मूल्य ₹53500 प्रति टन के हिसाब से तय था.

लेकिन दिसंबर के महीने में यह मूल्य ₹52400 प्रति टन के स्तर पर स्थिर हो चुका है. 

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देश की राजधानी नई दिल्ली में प्रति टन सरिया के हिसाब से ₹1000 की गिरावट देखी जा सकती है.

अर्थात अक्टूबर के महीने में 1 टन सरिया का मूल्य ₹53300 निर्धारित किया गया था. लेकिन इस महीने में यह मूल्य केवल ₹52300 ही है.

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कि यदि बात करे तो यहां पर अक्टूबर के महीने में सरिया का मूल्य ₹55100 निर्धारित किया गया था. लेकिन अभी यह मूल्य केवल ₹53200 तक ही सिमट गया है.

उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में भी यदि आप अक्टूबर के महीने में 1 टन सरिया की खरीदारी करते तो फिर आपको ₹55200 देने पड़ते. लेकिन इस महीने आपको केवल ₹54500 ही देने पड़ेंगे.

महाराष्ट्र के जालना शहर में अक्टूबर के महीने में एक टन सरिया का मूल्य ₹54000 निर्धारित किया गया था. लेकिन अभी यह मूल्य केवल ₹52900 तक सिमट हो चुका है.

निष्कर्ष

आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष सरिया के मूल्यों से जुड़ी सारी आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाई है.

हमने अलग-अलग क्षेत्रों में सरिया के मूल्य अक्टूबर दिसंबर में क्या निर्धारित है? इसके विषय में भी जानकारी उपलब्ध कराई है.

हमें आशा है कि हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के पश्चात आपको प्रसन्नता की अनुभूति हुई होगी.

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