IAS Story : किताबों के अलावा हमेशा इन तीन चीजों को किया फॉलों, बनकर दिखाया IAS

IAS Story : आज का हमारे आर्टिकल बहुत ही ज्यादा खास है और खास के साथ-साथ बहुत ही ज्यादा रोचक भी है. हमें इस बात का पूर्ण विश्वास है कि आप सभी को हमारे आर्टिकल को पढ़ने के पश्चात अत्यधिक प्रसन्नता होगी.

एक बहुत ही अधिक चर्चित मुहावरा है जिसमें क्या बात कही जाती है कि “पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान होती है” इसी बात को सच करते हुए तेजस्वी राणा की कहानी आज हमारा इस आर्टिकल में उल्लेखित है. जिसको पढ़ने के पश्चात आपको भी अपने लक्ष्य के प्रति जिद की अनुभूति होगी. 

तो चलिए आज के हमारे आर्टिकल करते हैं और जानने का प्रयास करते हैं तेजस्वी राणा के जुनून की कहानी। इसके साथ ही आपके जिंदगी में आप का क्या मकसद है हमें यह भी कमेंट करके जरूर बताएं. 

हमारे देश में यूपीएससी का क्रेज :-

हमारे देश में इतने अधिक यूपीएससी एस्पायरेंट है कि उनका एक अलग मुल्क भी बनाया जा सकता है. अब जहां इतने सारे लोग यूपीएससी के पीछे पागल है तो जाहिर सी बात है या कोई मामूली सी परीक्षा नहीं होगी. 

आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यूपीएससी की परीक्षा हमारे देश की सबसे अधिक कठिन परीक्षाओं में से सर्वप्रथम है. इसमें पास होने की संभावना बहुत ही अधिक कम होती है क्योंकि हर साल लाखों करोड़ों में अभ्यर्थी इस परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं किंतु आखिर में केवल हजारों में ही अफसरों का चयन किया जाता है. 

यूपीएससी से जुड़ी कुछ आवश्यक बातें :-

सिविल सर्विसेज की परीक्षा देने के पश्चात जो भी एस्पायरेंट पास होते हैं उन्हें ट्रेनिंग के लिए मसूरी भेज दिया जाता है. वहां पर आईएस ऑफिसर को ट्रेनिंग देने के वास्ते एक अकैडमी है जिसका नाम है लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेटिव अकैडमी. इसे यदि सभी यूपीएससी एक्सपीरियंस के लिए स्वर्ग की उपाधि दे दी जाए तो वह भी कम होगी.

वही सिविल सर्विसेज की परीक्षा के माध्यम से आई पी एस,आइ एफ एस और भी अन्य पोस्टों में कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है. 

चलिए समझते हैं यूपीएससी को गौर से :-

यूपीएससी (UPSC) अर्थात यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन एक संस्था है जो कि परीक्षा को कंडक्ट कराती है, उन्हीं परीक्षाओं में से एक परीक्षा के जरिए आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों का चयन किया जाता है. यह परीक्षा हर साल आयोजित कराई जाती है और हर साल बहुत ही अधिक तादाद में अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठते हैं.

हालांकि इस परीक्षा के लिए कास्ट और कैटेगरी भी बहुत ही अधिक मायने रखती है। कहने का तात्पर्य यह है कि जनरल, ओबीसी, एससी/एसटी सभी के लिए अटेम्प्ट्स अलग-अलग निर्धारित किए गए हैं. 

इसके साथ ही आयु सीमा का भी निर्धारण कैटेगरी वाइज किया गया है। इस वजह से यह परीक्षा और भी अधिक कठिन हो जाती है. छात्रों के द्वारा दिनभर 10-10 घंटे, 12-12 घंटे तक पढ़ाई की जाती है तब जाकर कहीं उन्हें इस परीक्षा में सफलता की प्राप्ति होती है. 

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आईएएस सक्सेस स्टोरी (IAS success stories) :-

यूपीएससी एग्जाम को क्लियर करने के वास्ते हर एक अभ्यर्थी के द्वारा कड़ी मेहनत की जाती है. किंतु इस परीक्षा को पास करने के वास्ते केवल किताबों को ही नहीं पढ़ना होता है अपितु यदि एक्सपर्ट्स की माने तो उम्मीदवारों को सही दिशा में बेहतर स्रोतों के माध्यम से तैयारी करने की आवश्यकता होती है एवं समय समय पर तैयारी का विश्लेषण करना भी आवश्यक है. 

आईएएस ऑफिसर तेजस्वी राणा :-

यदि सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी सही ढंग से की जाए तो व्यक्ति कम समय में भी सफलता प्राप्ति हेतु सक्षम हो सकता है कई यूपीएससी एस्पायरेंट्स ऐसे भी होते हैं जो भ्रमित है कि उन्हें कौन सा रास्ता चुनना चाहिए तो उनके लिए आज हम Article के माध्यम से एक ऐसी स्टोरी लेकर आए हैं जिन्हें पढ़ने के पश्चात आपको अपने लक्ष्य के प्रति जिद की अनुभूति होगी. 

इस आर्टिकल में हम आज आईएएस अधिकारी तेजस्वी राणा की प्रेरणादायक कहानी आपके समक्ष प्रस्तुत करने वाले हैं तेजस्वी ने अनोखे तरीके से तैयारी करें एवं दूसरे ही प्रयास में सफलता को हासिल करके स्वयं की पहचान बना ली. 

तेजस्वी राणा से और भी अधिक परिचित होए :-

तेजस्वी राणा हमारे देश के हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र की निवासी है वह इंजीनियरिंग करना चाहती थी इस वजह उन्होंने इंटरमीडिएट के बाद, उन्होंने जेईई परीक्षा दी इसके पश्चात उन्होंने आईआईटी कानपुर में पढ़ाई करें इस दौरान उनका यूपीएससी के प्रति आकर्षण बढ़ रहा था एवं उन्होंने तैयारी करने का निर्णय ले लिया. 

तेजस्वी ने 2015 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी एवं Prelims पास करने के बाद वह मैन्स में फेल हो गए थे, किंतु दूसरे प्रयास में उन्होंने अपने सपनों को पूर्ण करते हुए सिविल सर्विसेज की परीक्षा को पास कर लिया. 

तेजस्वी ने किस प्रकार की तैयारी :-

तेजस्वी ने सर्वप्रथम यूपीएससी सिलेबस को बेहतर ढंग से देखा और समझा. तत्पश्चात बेसिक क्लियर करने के वास्ते कक्षा 6 से लेकर के 12 तक की एनसीईआरटी की किताब एक एकत्रित कर ली. उन्होंने इन सभी किताबों को स्टडी किया और अपने बेसिक को स्ट्रांग किया. उसके पश्चात उन्होंने बड़े ही सोच विचार कर अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट का चयन किया एवं स्टैंडर्ड किताब ले ली. 

बहुत ही शानदार शेड्यूल बनाया एवं हर दिन जितना हो सके पढ़ाई कर कर के छोटे-छोटे नोट्स बनाएं. बीच-बीच में उन्होंने मॉक टेस्ट भी देकर स्वयं की तैयारी का विश्लेषण किया एवं उत्तर लिखने का अभ्यास भी करती रही। उनकी रणनीति काम कर गई एवं उन्हें सफलता की प्राप्ति हो गई. 

तेजस्वी के अनुसार यूपीएससी में सफलता प्राप्ति के वास्ते स्वयं को पूरी तरह से समर्पित कर देना होता है और उसी प्रकार मेहनत करनी पड़ती है. उम्मीदवारों को उचित दिशा में बेहतर स्रोतों के साथ तैयारी करती रहनी चाहिए एवं समय-समय पर स्वयं की तैयारी का विश्लेषण भी देना चाहिए. 

इससे आपको स्वयं की सटीक स्थिति का भी पता चल जाएगा. उसी के मुताबिक गलतियों को सुधार सकते हैं एवं बेहतर तरीके से सजाया जा सकता है. तेजस्वी कहती है कि असफलता से घबराना नहीं चाहिए और धैर्य से प्रयास करना चाहिए। IAS तेजस्वी राणा शादी आईएएस अधिकारी अभिषेक गुप्ता से हुई है. 

निष्कर्ष :-

इस आर्टिकल की सहायता से हमने आप सभी पाठकों के साथ आईएएस तेजस्वी राणा की सक्सेस स्टोरी साझा की है हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा बताई गई इस स्टोरी आपको बहुत ही ज्यादा पसंद आई होगी.

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