अक्सर लोग ITI और IIT में कन्फ्यूज हो जाते है क्योंकि दोनों ही देखने में एक ही लगते है। पर अगर दोनों फील्ड की बात की जाए, तो बहुत अंतर है। आईटीआई एक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट होती है, जहां आपको टेक्निकल थ्योरी के मुकाबले प्रैक्टिकल नॉलेज ज्यादा दी जाती है, और इसे दो भागों में बांटा गया है, इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग, आप दोनों ही क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है। वहीं अगर बात करें आईआईटी की तो इसे प्रीमियर टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट कहा जाता है, यहां आपको B.Tech, M. Tech और PhD जैसे बड़े बड़े डिग्री दिए जाते है।
IIT से पढ़ाई करने पर आपको बड़ी बड़ी कंपनी में बड़े पैकेज के साथ प्लेसमेंट मिलती है और यहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद आप विदेशों में भी काम कर सकते है। ITI करने के बाद किसी भी सरकारी या प्राइवेट कंपनी में जॉब कर सकते है, इसमें सैलरी आपको आईटीआई के मुकाबले कम मिलेगी।
दोनों ही इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने के लिए अलग अलग योग्यता की आवश्यकता पड़ती है और फीस में भी ज़मीन आसमान का फर्क होता है। यदि आपको ITI को लेकर कोई भी शंका है या आप आईटीआई में अपना करियर बनाना चाहते है, तो आज का लेख आपके लिए सहायक होगा।
ITI क्या है?
ITI का फुल फॉर्म Industrial Training Institute होता है, जहां इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग, दोनों ट्रेड की ट्रेनिंग दी जाती है। इसे एक प्रकार से पोस्ट स्कूल ट्रेनिंग सेंटर बोला जाता है, इसमें एडमिशन लेने के लिए 8,10 या 12 में पासआउट होना पड़ता है। यहां से स्टूडेंट्स को टेक्निकल नॉलेज दी जाती है, जिससे वो उसी फील्ड में जॉब भी कर सकते है।
आईटीआई वैसे स्टूडेंट को ध्यान में रख कर शुरू किया गया है, जो स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद टेक्निकल नॉलेज हासिल करना चाहते है और आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहते। आईटीआई करने के बाद उन्हें जल्दी ही किसी सरकारी या प्राइवेट सेक्टर में नौकरी मिल जाती है और इस कोर्स को पूरा करने में भी समय अवधि भी कम लगती है।
ITI का मुख्य उद्देश्य क्या है?
आईटीआई को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य था कि वैसे स्टूडेंट जिन्हे टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी है, किंतु किसी ट्रेनिंग के बिना वो अपना सपना पूरा नहीं कर पाते है, तो आईटीआई उनके लिए एक अच्छा विकल्प है। यहां से शिक्षा ग्रहण करके वैसे विद्यार्थी देश में बढ़ रहे इंडस्ट्री सेक्टर में नौकरी हासिल कर सकते है।
इस कोर्स को इस तरह से डिजाइन किया गया है जहां थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल पर ध्यान दिया जाता है, ताकि वो अपने ट्रेड में निपुण हो सके। इस कोर्स को पूरा करने के बाद कुछ महीने या साल भर उन्हें बस प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती है।
हर स्टूडेंट को किसी एक ब्रांच को चुनना होता है, जिसमें वो अपना करियर बनाना चाहते है। एक से दो साल के कोर्स को प्रैक्टिकल के साथ पूर्ण करने के बाद उन्हें नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (NVCT) के तरफ से सर्टिफिकेट दी जाती है, जो इस बात की पुष्टि करता है कि उन्होंने अपना कोर्स प्रैक्टिकल के साथ पूरा किया है।
ITI सरकारी और गैर सरकारी दोनों ही संस्था द्वारा चलाए जाते है, हर राज्य अपने स्तर से एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम लेता है। मेरिट के अनुसार ही उन्हें अलग अलग कॉलेज में प्रवेश मिलता है।
आईटीआई कितने प्रकार का होता है?
आईटीआई करने से पहले इस बात का जानकारी रख ले कि आप किस फील्ड में इस कोर्स को करना चाहते है। आईटीआई को दो भागों में बांटा गया है, एक इंजीनियरिंग कोर्स है और एक नॉन इंजीनियरिंग कोर्स। इन दोनों में से आप किस फील्ड की योग्यता पूरी करते है और आपकी रुचि किस में है, उसी में आप दाखिला ले।
- इंजीनियरिंग ट्रेंड:
इसके अंतर्गत सारी टेक्निकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग से संबंधित शिक्षा दी जाती है। इसमें अलग अलग ब्रांच होते है, जैसे- इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, फिटर, बिजली मिस्त्री, डिवाइस मैकेनिक, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, केमिकल ऑपरेटर, सिविल, मैकेनिकल, केमिस्ट्री लेट असिस्टेंट, लिफ्ट एंड एक्सीलेटर मैकेनिक, ग्राइंडर, इत्यादि।
- नॉन इंजीनियरिंग ट्रेंड:
वहीं बात कर दूसरे प्रकार की, तो इसमें आपको विज्ञान से दूर अन्य विषयों में शिक्षा दी जाती है। इस क्षेत्र में आपको दैनिक जीवन से संबंधित कामों के बारे में पढ़ाया जाता है और साथ ही प्रैक्टिकल भी करवाई जाती है। आप इसके अंतर्गत बेकर, हलवाई, ड्रेस मेकिंग, डिजिटल फोटोग्राफी, बेसिक कॉस्मोटोलॉजी, एग्रीकल्चर, फूलों की खेती, वित्त कार्यकारी, फायर टेक्नोलॉजी एंड सेफ्टी, CAD, कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, इत्यादि का कोर्स कर सकते है।
आईटीआई में एडमिशन लेने के लिए शैक्षणिक योग्यता:
अन्य कोर्स की तरह ही आईटीआई में भी एडमिशन लेकर आपके पास कुछ शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए। आइए जानते है उन सारे क्राइटेरिया के बारे में जो आपको प्रवेश लेने में काम आएंगे।
- आईटीआई करने के लिए आपको 8, 10 या 12 पास करना होगा। इनमें सफल होने के बाद ही आप आईटीआई में एडमिशन ले सकते है।
- आपको 10th और 12th में अच्छे मार्क्स लाने होंगे, अलग अलग संस्था अलग मार्क्स की मांग करती है। अधिक से अधिक अंक लाने पर आपको अच्छे कॉलेज के साथ अच्छी ट्रेड में भी एडमिशन लेने का मौका मिलता है।
- आपके पास क्या योग्यता है, उसी के अनुसार आपको ट्रेड में दाखिला दिया जाता है।
- आईटीआई में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट की उम्र 14 वर्ष से लेकर 25 वर्ष तक होनी चाहिए, उसके बाद आप इसके लिए पात्रता नहीं माने जायेंगे।
- अन्य कोर्सों की तरह ही, इसमें भी आरक्षित, पूर्व सैनिक, सैनिक की विधवा, दिव्यांगो, एससी/ एसटी और ओबीसी के उम्मीदवारों को उम्र सीमा में छूट दी जाती है। उसके अलावा भी विधवा महिलाओं को 35 वर्ष तक ही छूट दी जाती है।
ITI में एडमिशन लेने के लिए जरूरी दस्तावेज़:
भले आपके पास शैक्षणिक योग्यता हो, पर प्रमाण के लिए आपके पास वो सारे डॉक्यूमेंट भी होने चाहिए। आइए बताते है उन सारे दस्तावेजों के बारे में जो आपको एडमिशन लेने में मदद करेंगे।
- एडमिट कार्ड ( एंट्रेस टेस्ट देने के लिए)
- 8th, 10th और 12th की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
- स्थानीय निवासी सर्टिफिकेट
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट
- रिजल्ट या मेरिट कॉपी (जिसमें आपका नाम अंकित हो)
- आरक्षण हेतु जाति प्रमाण पत्र
- आईडी प्रूफ (आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस)
- पासपोर्ट साइज फोटो
ITI कैसे करें?
अक्सर विद्यार्थियों के मन में यह सवाल रहता है कि आईटीआई कैसे करें, हर जगह इसकी जानकारी भी सही नहीं दी जाती है। आप आईटीआई तभी कर पाएंगे जब आपको उसके बारे में सारी जानकारी प्राप्त हो। अब हम आपको बताएंगे कि आईटीआई कैसे करें।
- आपको जिस विषय में रुचि है, उसी की अनुसार आईटीआई ट्रेड का चुनाव करें। तभी आप समझ पाएंगे कि किस फील्ड में आपको आगे ट्रेनिंग लेनी है।
- हर साल आईटीआई के लिए एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है, आपको भी एंट्रेंस एग्जाम के लिए फॉर्म अप्लाई करना होगा और उस एग्जाम ने शामिल भी होना होगा।
- किसी किसी राज्य में आईटीआई के लिए इंटरव्यू लिया जाता है तो अन्य राज्यों में एडमिशन के लिए काउंसलिंग राउंड चलते है। अच्छा कॉलेज पाने के लिए आपको परीक्षा में अधिक से अधिक मार्क्स लाने होंगे।
- काउंसलिंग में आपको आपके मार्क्स के अनुसार कॉलेज में सीट अलॉट की जाएगी। आपने जिस जिस कॉलेज की चॉइस भरी थी, यदि उनमें सीट बाकी रहती है तो आपको अपने पसंदीदा कॉलेज में ही दाखिला मिलता है।
- कॉलेज सीट अलॉट होने के बाद आपको कॉलेज जाकर सारी प्रक्रिया पूरी करनी होती है। कॉलेज एडमिशन फीस, डॉक्यूमेंट जमा करना, इत्यादि।
यदि आप भी आईटीआई में अपना करियर बनाना चाहते है, तो इसके फॉर्म पर अपनी नज़र रखें। इसके साथ ही अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ इसकी भी तैयारी में लग जाएं ताकि अधिक से अधिक अंक आप अर्जित कर सकें। अधिक अंक लाने से आपके पास अच्छे कॉलेज के ज्यादा विकल्प मौजूद होंगे।
आईटीआई करने में कितनी फीस लगती है?
आईटीआई करने की अलग अलग अवधि होती है, आप 6 महीने से लेकर 2 वर्ष वाले में से किसी भी कोर्स में दाखिला ले सकते है। आईटीआई की फीस आपके कोर्स टाइप पर निर्भर करता है और इसके साथ ही इस बात पर भी कि आप सरकारी कॉलेज में है या फिर प्राइवेट में, दोनों के ही फीस अलग अलग हो सकते है।
यदि आप इंजीनियरिंग आईटीआई कोर्स कर रहे है, तो आपको न्यूनतम 10 हज़ार की फीस देनी होगी और अधिकतम 15 हज़ार या उससे भी अधिक हो सकती है। वहीं अगर आप नॉन इंजीनियरिंग फील्ड में कोर्स कर रहे है, तो आपको 5 हज़ार से 10 हज़ार तक ही फीस देनी होगी। इसके अलावा आपकी स्टडी मैटेरियल एंड यूनिफॉर्म इत्यादि का अलग खर्चा होगा।
ITI के बाद कौन सा करियर चुनें?
जिस तरह अन्य कोर्स करने पर आपको उसी के अनुसार अपना करियर भी चुनना होता है, ठीक उसी प्रकार आईटीआई करने के बाद भी काफी विकल्प मौजदू रहते है। आपने इंजीनियरिंग एजुकेशन लिया है या फिर नॉन इंजीनियरिंग फील्ड में कोर्स किया है, उसी की हिसाब से आप टेक्निकल और नॉन टेक्निकल सेक्टर में काम कर सकते है। आप अपनी समझ और स्किल के अनुसार प्राइवेट या सरकारी जॉब कर सकते है। इसके अलावा कुछ ऐसे भी डिपार्टमेंट है जहां आईटीआई एजुकेशनल योग्यता की मांग होती है, आप वहां भी अप्लाई कर सकते है। आपको किस प्रकार का जॉब करना है और किस क्षेत्र में आपको ज्यादा फायदा होगा, इन सबकी जानकारी आपको पढ़ाई के दौरान दे दी जाती है।
आईटीआई से कितनी सैलरी मिल सकती है?
आईटीआई करने के बाद आपको कितनी सैलरी की नौकरी मिलेगी, यह सब आपके अनुभव और काम करने के तरीके पर निर्भर करता है। आपको किस सेक्टर में जॉब मिलती है, क्या वो संस्था सरकारी है या प्राइवेट,क्योंकि दोनों ही फील्ड में आपको अलग अलग सैलरी मिलेगी। फिर भी एक अनुमान के अनुसार आपको शुरूआत में 10 हज़ार से लेकर 20 हज़ार तक की सैलरी मिल सकती है। यदि आपने आईटीआई के अलावा कोई कंप्यूटर या अन्य फील्ड में भी कोर्स किया है, तो आपकी सैलरी और बढ़ सकती है। जैसे जैसे आपको किसी कंपनी या संस्था में काम किए वक्त होते जाएगा, आपकी सैलरी भी बढ़ती जाएगी।
निष्कर्ष:
आईटीआई करके आप एक अच्छा करियर बना सकते है। उम्मीद करते है आपको आज का आर्टिकल पसंद आया होगा और आपको अपने सारे सवालों के जवाब भी मिले होंगे। आज की जानकारी आपको आईटीआई में एडमिशन लेने में मदद कर सकती है। अगर आपको ऐसी ही जानकारी चाहिए, तो हमसे जुड़ें रहें।