चायपत्ती का बिजनेस कैसे शुरू करें? हर महीने लाखों कमाएं

भारत के हर घर में लोगों को चाय पीना पसंद होता है, हर सुबह और शाम में वो लोग चाय की चुस्कियां लेना पसंद करते है। ऐसे में प्रत्येक घर में चायपत्ती का होना आम बात है, पर हां पत्ती भी लोग अच्छी गुणवत्ता की ही पसंद करते है। ऐसे में आप चायपत्ती के बिजनेस से अच्छा कमा सकते है, बस आपको थोड़ी मेहनत करनी होगी और अपना समय देना होगा। जिस तरह आज के युवा कोई नौकरी करने की बजाय अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते है, उनके लिए यह भी एक अच्छा आइडिया हो सकता है। 

युवाओं के पास आइडिया तो होते है, किंतु पैसों की कमी की वजह से वो लोग इसे स्टार्ट नहीं कर पाते है। आपकी इन्हीं समस्या को हल करने के लिए आज हम आपको चायपत्ती के बिजनेस के बारे में बताने जा रहे है, जिसमें आपको कुछ हज़ार रूपए से लेकर 2 लाख तक की आवश्यकता पड़ सकती है। अंत तक इस आर्टिकल को जरूर पड़े, जहां आपको सारे टिप्स भी मिलेंगे। 

चायपत्ती बिजनेस के प्रकार

सबसे पहले आपको यह तय करना है कि आप चायपत्ती का बिजनेस किस तरह करना चाहते है। आप इसे अलग अलग तरीके से कर सकते है और यकीन माने आपको हर प्रकार से फायदा ही मिलेगा। आइए जानते है उन सारे तरीकों के बारे में जिनमें आपकी लागत भी कम लगेगी। 

  • सबसे आसान तरीका है ऑनलाइन चायपत्ती बेचने का, आपको अपना वेबसाइट बनाना होगा और वहां से बिक्री शुरू करनी होगी। आप चाहे तो अन्य ऐप की मदद से भी ऑनलाइन सेलिंग कर सकते है। 
  • दूसरा तरीका है ऑफलाइन बिक्री करना, अपना दुकान खोल कर भी आप खुद से ही चायपत्ती बेच सकते है। 
  • यदि आपके पास किसी स्थान के लिए निवेश करने की क्षमता नहीं है, तो आप घर बैठे छोटे छोटे पैक में चायपत्ती भर कर दुकानों में या सीधे ग्राहकों को बेच सकते है। 
  • चायपत्ती का आप रिटेलर या फिर होलसेल बिजनेस भी कर सकते है। किसी प्रोडक्शन कंपनी से बात करके थोक में चायपत्ती खरीद कर होलसेलर या रिटेलर बिजनेस शुरू कर सकते है। 
  • चायपत्ती उगा कर भी आप अपना बिजनेस शुरू कर सकते है, इसके लिए आपको उचित लोकेशन की आवश्यकता पड़ेगी। असम और दार्जिलिंग की चायपत्ती को सबसे उचित माना जाता है, इसलिए शुरूआत वहीं से करें। 
  • टी बैग भी बना कर आप चायपत्ती को बेच सकते है, यह काम भी आप घर बैठे कर सकते है। जिस तरफ आपने ग्रीन टी की छोटी पैक देखी है, उसी तरह आप अलग अलग छोटे पैक ने चायपत्ती पैक कर सकते है और उन्हें बाजारों में बेच सकते है। 
  • अंतिम और सबसे ज्यादा मुनाफे वाला तरीका है खुद की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री लगा कर आप चाहे तो किसी को भी अपने फैक्ट्री के चायपत्ती बेच सकते है। 

चायपत्ती का बिजनेस शुरू करने के लिए कितने लागत की आवश्यकता पड़ती है?

इस व्यापार में लागत कितनी लगेगी, यह बिजनेस के प्रकार पर निर्भर करता है। जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि चायपत्ती का बिजनेस आप अलग अलग तरीकों से कर सकते है और उसी के अनुसार आपकी लागत भी लगती है। अगर आप होलसेलर या रिटेलर का काम करना चाहते है, तो आपको इसके लिए 10 हज़ार से लेकर 50 हज़ार तक की लागत लगानी होगी। 

वहीं अगर आप चायपत्ती के लिए फैक्ट्री लगाना चाहते है, तो आपके पास कम से कम 50 लाख होने चाहिए। इसके लिए बड़ी बड़ी मशीनों की आवश्यकता होती है और कई सारे कर्मचारी भी चाहिए होते है। 

इन सबसे हट कर अगर आप सीधे ग्राहकों को बेचना चाहते है, तो आप मात्र 10 हज़ार से भी इस बिजनेस को शुरू कर सकते है। आपके पास कितनी पूंजी है, उसे की हिसाब से अपने व्यापार का तरीका तय करें। 

चायपत्ती का बिजनेस कैसे शुरू करें?

अब हम आपको वो सारे स्टेप बताने जा रहे है, जिसकी मदद से आप अपना एक अच्छा खासा चायपत्ती का बिजनेस शुरू कर सकते है। सबसे पहले तो आपको यही तय करना है कि आप किस तरह का बिजनेस करना चाहते है, अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री लगाना चाहते है या फिर होलसेलर बन कर बेचना चाहते है। आप जिस भी प्रकार को चुनते है, आपको उसके बारे में पूरी जानकारी जुटानी होगी। यहां हम आपको सारे तरह के व्यापार के लिए टिप्स और सुझाव देने जा रहे है। 

1. बिजनेस के लिए मार्केट रिसर्च करें

किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको इस बात का पता करना होता है कि क्या आपका बिजनेस उस मार्केट में चल पाएगा, जहां आप इसकी शुरूआत करने की सोच रहे है। अच्छे से मार्केट रिसर्च कर ले, जैसे हर दिन कितनी चायपत्ती बिक जाती है, कौन से ब्रांड की चाय लेना लोग पसंद करते है। इसके अलावा किसी स्पेशल ब्रांड की क्या खासियत है, इत्यादि। यदि आप वहां अपना व्यापार शुरू करेंगे तो आपको किन किन मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा और आप उन्हें कैसे हैंडल करेंगे, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए ही आगे प्लानिंग करेंगे। 

2. बजट तैयार करें

एक बार आपको लगा कि आप अपने बिजनेस के लिए तैयार है, तो आपको अब अपना बजट बनाना शुरू कर देना चाहिए। सबसे पहला बजट एक रफ एस्टीमेशन होता है, जिससे हमें इस बात का अंदाजा मिलता है कि कितने पैसों की हमें जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा कुछ अतिरिक्त खर्चे के लिए भी हिसाब में रखें, आपको नहीं पता कि कब आपको उन पैसों की आवश्यकता पड़ जाए। इसमें कच्चे माल खरीदने से लेकर उन्हें बेचने तक का बजट रहता है और अगर चायपत्ती बनाने की सोच रहे है, तो पूरे फैक्ट्री का खर्चा तय किया जाता है। 

3. चायपत्ती के कच्चे माल के लिए संपर्क करें

अगर आप खुद की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री लगाना चाहते है, तो आपको असम और दार्जिलिंग के चायपत्ती बेचने वालों से संपर्क करना चाहिए। मैन्युफैक्चरिंग के लिए आपको सीधे खेत से ही पत्तियां खरीदनी होती है, और फिर आगे का का प्रोसेस फैक्ट्री में पूरी करनी होती है। यदि आप चायपत्ती के खेती करना चाहते है, तो इसके लिए आपको एक बड़े जगह की आवश्यकता पड़ेगी और साथ में अच्छे बीजों की, इसके साथ ही आपको इनकी पूरी देखभाल भी करनी होगी। वहीं अगर आप होलसेलर या रिटेलर बन कर बेचना चाहते है, तो आप फैक्ट्री से ही थोक में चायपत्ती लेकर बाजारों में बेच सकते है। 

4. चायपत्ती बिजनेस के लिए उचित लोकेशन का चुनाव करें

लोकेशन भी इसी बात पर निर्भर करता है कि आपको चायपत्ती का कौन सा बिजनेस करना है। यदि आप फैक्ट्री लगाना चाहते है, तो आप इसे शहर से थोड़ा हट कर लगाएं, वहीं अगर आप अन्य तरीकों से बेचना चाहते है, तो आपको इसके लिए मेन मार्केट जैसी जगह देखनी होगी। जहां से आपको सामग्री लाने में आसानी भी हो और उन्हें हर दिन आप बेच भी सके। 

5. कर्मचारियों की नियुक्ति करें

आपको कितने लोगों की आवश्यकता पड़ सकती है, इसके बारे में अच्छे से सोच ले और फिर उनकी नियुक्ति शुरू कर दे। अलग अलग कार्यों के लिए अलग अलग कर्मचारी रखने से आपका काम जल्दी हो पाएगा और आप एक दिन भी ज्यादा मात्रा में चायपत्ती पैकेजिंग कर पाएंगे। उनके लिए उचित भुगतान भी तय करें और साथ ही में फैक्ट्री में खाने पीने का भी ध्यान दे। 

6. बिजनेस के लिए लाइसेंस और जरूरी परमिशन ले

आपके पास निवेश कितना है, उसी के अनुसार आप व्यापार करने का पैटर्न भी चुनते है। आप जिस भी प्रकार का बिजनेस शुरू करते है, उसी के अनुसार आपको आवश्यक लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन या परमिशन की आवश्यकता होती है। 

  • फैक्ट्री या फर्म रजिस्ट्रेशन- सबसे पहले आपको अपनी फर्म या फैक्ट्री की रजिस्ट्री करवानी होगी, ताकि आगे उस पर कोई और अपना हक ना जमा सके। यदि आप अकेले है, तो सिंगल ऑनर या पार्टनरशिप में काम कर रहे है, तो आपको अपने पार्टनर के साथ रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। आप LLP या फिर ROC की मदद से यह प्रोसेस पूरी कर सकते है। 
  • ट्रेड लाइसेंस- व्यापार को सही रूप से चलाने के लिए आपके पास एक व्यवसाय लाइसेंस भी होना चाहिए। 
  • GST रजिस्ट्रेशन- आपका व्यापार वैध है, इसके लिए आपके पास GST नंबर होना चाहिए। इससे प्रमाणित होता है कि आप लीगल तरीके से व्यापार कर रहे है। 
  • MSME या SSI रजिस्ट्रेशन- इस रजिस्ट्रेशन से आपको सरकार द्वारा अच्छे बिजनेस ऑफर्स दिए जाते है और साथ में आप व्यवसाय के लिए चलाए जा रहे स्कीम का भी लाभ उठा सकते है। 
  • BIS सर्टिफिकेट- यह एक ऐसा सर्टिफिकेट है, जो आपकी चायपत्ती की गुणवता के बारे में बताता है। इस सर्टिफिकेट को पूरे जांच पड़ताल के बाद ही दिया जाता है। 
  • लॉगो रजिस्ट्रेशन- अपने कंपनी या ब्रांड के नाम के साथ आपको ट्रेड मार्क भी रजिस्टर करवाना चाहिए ताकि कोई और इसका इस्तेमाल ना कर सकें। 
  • Employee इंश्योरेंस- अपने कर्मचारियों का भी बीमा करवाना चाहिए, जिससे कभी मुसीबत आने पर उन्हें उचित मदद मिल सकें। अगर आपके पास 20 से ज्यादा कर्मचारी कार्य कर रहे है, तो आपको कर्मचारी भविष्य निधि के बारे में भी सोचना चाहिए। 

7. चायपत्ती बनाने की प्रक्रिया और आवश्यक मशीनरी

यह स्टेप उनके लिए है, जो चायपत्ती की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री लगाना चाहते है। इसके लिए उन्हें कई मशीनों की आवश्यकता होती है और चायपत्ती कैसे बनाया जाता है, इसकी जानकारी भी होनी चाहिए। भले आप अपने फैक्ट्री में कर्मचारी भी रख ले, किंतु उसमें अच्छी क्वालिटी तभी आ सकती है, जब आपमें सही और बेकार में फर्क करना आता हो। सबसे पहले आपको कुछ मशीनें खरीदनी होगी, जैसे:

  • 8 इंच वाली SS रोटो रवेन वाली मशीन
  • 8 इंच के रोलर CTC मशीन 3 जोड़ी लेनी होगी
  • ड्राईर (पत्तियों को सुखाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मशीन)
  • फाइबर एक्सट्रेक्टर वाली मशीन
  • माईडेल्टन सॉर्टर मशीन
  • विब्रो सॉर्टर मशीन

अब जानते है चायपत्ती बनाने की प्रक्रिया के बारे में, हर स्टेप को फॉलो करते जाए और फिर देखें कैसे आप सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले चायपत्ती बना पाएंगे। 

  1. चायपत्ती की नमी दूर करें

इस प्रक्रिया के लिए आपको दो चरणों से गुजरना होता है और दोनों में आपको पूरे 20 घंटे देने पड़ते है, सबसे पहले हरी पत्तियों को पतले लेयर में खुले धूप में सुखाया जाता है ताकि उसकी सारी नमी निकल जाए, उसके बाद आपको ड्राइर का इस्तेमाल करना पड़ता है। पत्तियों को जाली में रख पर एक सुरंग जैसी जगह में रखना होता है और फिर गरम हवा से उन्हें सुखाया जाता है। 

  1. रोलिंग प्रक्रिया

अब आपको अगली प्रक्रिया से गुजरना होगा, आपके पास एक मशीन होगी जो दिखने में गोलाकार टेबल जैसी होगी, जिसके सेंटर में एक कोण लगा होगा, जिसे आम भाषा में बैटन बोला जाता है। टेबल के टॉप में एक प्रेशर कैप वाला गोलाकार बॉक्स लगा रहता है। इसे चलाने के तरीका आपको मैनुअल में मिल जाएगा, टेबल और प्रेशर कैप को विपरीत दिशा में चलाया जाता है। आपको बॉक्स में पट्टी डालनी होती है और उसे घुमा कर चलाया जाता है। 

  1. पत्तियों की कटाई

आपने चायपत्ती इस्तेमाल किया होगा, तो आपने देखा होगा कि चायपत्ती में लंबी लंबी पत्तियों नहीं रहती है, बल्कि गोल गोल और छोटे छोटे पत्तों के टुकड़े रहते है। इस प्रक्रिया में आपको CTC मशीन का उपयोग करना पड़ता है, इसमें आपको पत्तियों को डालना होता है और फिर उसकी अलग अलग कटाई होती है। आकार के अनुसार फिर उन्हें अलग अलग कर दिया जाता है। 

  1. फर्माटेशन प्रक्रिया 

अब आपको चायपत्ती की सफाई करनी होती है, इसमें आपको बैक्टीरिया को दूर करना होता है। एक कमरे में एल्यूमिनियम की ट्रे रखी जाती है और जरूरत के हिसाब से तापमान सेट किया जाता है ताकि सारे बैक्टीरिया खत्म हो जाए। जब पत्तियों का रंग तांबे जैसा हो जाता है, तब इस प्रक्रिया को सफल माना जाता है। 

  1. सुखाना

यह चायपत्ती बनाने की अंतिम प्रक्रिया है, 90° का तापमान सेट करके पत्तियों को सुखाया जाता है, उसके बाद ही चायपत्ती काले रंग में परिवर्तित हो पाता है। सूखने के बाद चायपत्ती की छांटा जाता है, उससे धूल, मिट्टी या लकड़ी के टुकड़ों को अलग किया जाता है और फिर पैकिंग शुरू की जाती है। 

8. चायपत्ती की पैकिंग प्रक्रिया

कुछ लोगों को पैकेट में चायपत्ती लेना पसंद है, तो कुछ लोग खुला चायपत्ती लेना पसंद करते है। अगर आप मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री चला रहे है, तो आपको सारे विकल्प रखने चाहिए, कुछ चायपत्ती को अपने ब्रांड के पैकेट में अलग अलग मात्रा में पैक करके रखना चाहिए, जैसे 100 gm, 200 gm, 500 gm,इत्यादि और कुछ चायपत्ती को खुले में या फिर सादे पैकिंग बैग में रखना चाहिए। 

9. चायपत्ती बेचने के लिए मार्केटिंग 

बिजनेस चाहे कोई भी हो, आप शांति से एक कोने में बैठ कर मुनाफे का इंतजार नहीं कर सकते। इसके लिए आपको मेहनत करनी पड़ती है। आप अपने चायपत्ती को बेचने के लिए घर घर भी बेच सकते है, जिससे उन्हें आपके व्यापार के बारे में पता चले और वो आपसे ही खरीदना चाहे। दूसरा तरीका आपको शुरूआत में मुफ्त में सबको 100 gm वाली छोटी पैक देनी चाहिए, इससे लोगों के बीच आपका नाम होगा। 

आप हर क्लास के हिसाब से ₹5, ₹10 रूपए के लिए छोटे पैक में चायपत्ती बेच सकते है। अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी भी अच्छी होनी चाहिए ताकि लोग बार बार इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा आप ऑनलाइन भी अपने बिजनेस के बारे में शेयर कर सकते है। 

चायपत्ती के बिजनेस से कितना मुनाफा होता है?

मुनाफा और नुकसान तो हर व्यापार का हिस्सा होता है, पर हमें शुरू करने से पहले ही यह सब चीज जान लेनी चाहिए कि आखिर इस बिजनेस से हमें कितना प्रॉफिट होगा। अगर आप फैक्ट्री चला रहे है, तो आपको सबसे ज्यादा मुनाफा होगा, अपने फैक्ट्री के चायपत्ती को पूरे देश में बेच कर आप महीने में करोड़ों भी कमा सकते है और सिर्फ होलसेलर और रिटेलर की तरह काम करके प्रतिदिन 10 हज़ार तक कमा सकते है।

इसके अलावा यदि आप ग्राहकों को बेचने के बारे में सोच रहे है, तो आपको महीने में 20 हज़ार तक का मुनाफा हो सकता है। 

निष्कर्ष 

अपने चायपत्ती के बिजनेस को सही से चलाने के लिए आपके पत्तियों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए और इनकी पैकिंग का भी खास ध्यान रखें। चायपत्ती लंबे समय तक पैकिंग में सुरक्षित रहता है, इसलिए इसके खराब होने की कोई चिंता नहीं रहती। ऐसे ही ढेर सारी जानकारियों के लिए हमसे जुड़ें रहे, और अपने बिजनेस को सफल बनाएं।

आशा करते है कि आपको आज का लेख पसंद भी आया होगा और आपके लिए काफी मददगार भी रहा होगा। यदि आपको कोई और मदद चाहिए हो, तो कमेंट बॉक्स के जरिए जरूर बताएं। 

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