Ration Card: राशन कार्ड धारकों के लिए नया नियम जारी, गेहूं-चावल नहीं मिल पाया तो होगा यह फायदा
राशन कार्ड योजना को लेकर के आए दिन सरकार के द्वारा काफी सारी घोषणाएं की जाती रहती है। किंतु इन सब के मध्य में कौन सी घोषणा लाभार्थियों के हित में है? यह जान लेना भी जरूरी है।
आज के इस पोस्ट में हम सभी लोग इसी से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करने वाले हैं। इसके साथ ही साथ केरल राज्य में राशन कार्ड योजना से संबंधित कौन सी घोषणा की जा रही है?
इस पर भी हम विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे। राशन कार्ड योजना केंद्र सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई उन योजनाओं में से एक है, जो जनहित के लिए प्रारंभ की गई है और वास्तविकता में इसने लोक कल्याण का कार्य किया है।
क्या आपको भी मिलेंगे पैसे?
केरल के खाद्य आयोग की ओर से गुलाबी तथा पीले राशन कार्ड धारकों को पैसे का भुगतान करने का आदेश दिया गया है। वही जब से यह खबर निकल कर के आई है, तब से राशन कार्ड धारक काफी ज्यादा आश्चर्यचकित है।
आपको बता दें कि यह पैसे उन कार्ड धारकों को प्राप्त होंगे, जिन्होंने ईपीओएस (E-PoS) सिस्टम के सरवर में खराबी के पश्चात अप्रैल महीने का राशन प्राप्त नहीं किया है।
अर्थात प्रत्येक राशन कार्ड धारक को यह पैसे नहीं प्राप्त हो सकते हैं। वही केवल वे राशन कार्ड धारक ही इन पैसों के हकदार होंगे। जिन्होंने अप्रैल महीने का राशन प्राप्त नहीं किया है।
किन के लिए है यह सुविधा?
वैसे तो राशन कार्ड योजना की शुरुआत केंद्र सरकार के द्वारा की गई है। किंतु इस योजना के तहत राज्य सरकार को भी पूर्ण रूप से हस्तक्षेप करने का अधिकार है।
आपको बता दें कि यह खबर विशेष रूप से केरल राज्य के निवासियों के लिए ही है। राज्य केरल के खाद्य आयोग की ओर से गुलाबी तथा पीले रंग के राशन कार्ड धारकों को ही पैसों का भुगतान किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
किसी अन्य राज्य के लाभार्थी इन सुविधाओं का लाभ नहीं प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि ईपीओएस (E-PoS) के सिस्टम में खराबी फिलहाल तो केरल राज्य में ही देखने को मिली है।
2.66 लाख कार्ड धारकों को नहीं मिला था राशन
ऑफिशियल आंकड़ों के ऊपर यदि नजर दौड़ाई जाए, तो हम यह पाएंगे कि अप्रैल में गुलाबी तथा पीले राशन कार्ड धारकों की संख्या 2.66 लाख की है। इन्हें अप्रैल महीने का राशन भी प्राप्त नहीं हुआ था।
जिन्हें सरवर प्रॉब्लम होने के कारण राशन उपलब्ध नहीं कराया गया था। उन्हें फूड अलायंस दिया जाने वाला है। फूड अलाउंस की कैलकुलेशन नेशनल फूड सेफ्टी एक्ट के अंतर्गत की जाती है।
यह राशन के न्यूनतम मूल्य का 1.25 गुना होता है। ऐसे में सामान्य रूप से अनुमान लगाया जा सकता है कि लाभार्थियों को कितने रुपए का भुगतान किया जाएगा?
कितने रुपए मिलेंगे?
ज्यादातर पीले और गुलाबी राशन कार्ड धारकों के लिए शायद समझ पाना थोड़ा कठिन है, तो हम आपको एक उदाहरण के माध्यम से समझाने का प्रयास करते हैं कि यदि राशन कार्ड का फ्लोर प्राइस ₹100 हैं, तो राशन कार्ड धारकों को सरकार की ओर से ₹125 फूड अलायंस प्रदान किया जाएगा।
हम आपको यह भी बता दें कि राज्य में गुलाबी राशन कार्ड धारकों के परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए 4 किलो गेहूं का आटा तथा 1 किलो गेहूं प्रदान किया जाता है।
इसी प्रकार से पीले राशन कार्ड धारक परिवार को 30 किलो चावल तथा 3 किलो गेहूं बिल्कुल मुफ्त में प्राप्त होता है।
राज्य में कितने राशन कार्ड धारक है?
राज्य केरल में कुल 41.43 लाख राशन कार्ड धारक है। आपको हम इस बात से भी अवगत करवा दे कि इनमें से 35.58 लाख गुलाबी राशन कार्ड धारक है वही 5.85 पीला राशन कार्ड धारक है।
इनमें से 38.77 लाख कार्ड धारकों को अप्रैल महीने का राशन प्राप्त नहीं हुआ है। इसी प्रकार से फरवरी में 39.65 तथा मार्च में उनका 39.57 कार्ड धारकों को राशन प्राप्त हुआ।
अप्रैल के महीने में ईपीओएस (E-PoS) सिस्टम के खराब हो जाने के कारण 5 दिन राशन वितरण नहीं हो पाया था। जिसके परिणाम स्वरूप लाभार्थियों को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
इसके पश्चात काफी सारी राशन दुकान में शिफ्ट में खुलने लगी। जिससे कई राशन कार्ड धारकों को राशन नहीं प्राप्त हो सका था।
इसके पश्चात राज्य खाद्य आयोग ने पूर्व विधायक जोसेफ एम पुथुसेरी की शिकायत के आधार पर राशन नहीं मिलने वाले लोगों को खाद्य भत्ता देने का आदेश दे दिया।
कहीं आपको तो नहीं मिला कम गेहूं
राशन कार्ड योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को हर महीने खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। जिसमें मुख्य रुप से गेहूं, चावल, चीनी, चना, दाल, नमक, तेल इत्यादि सम्मिलित होते हैं।
किंतु अभी हाल फिलहाल ही राशन कार्ड योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को उपलब्ध कराए जाने वाले गेंहू में कमी देखने को मिली थी।
अर्थात लाभार्थियों को जितना गेहूं उपलब्ध कराया जाना था। वह उपलब्ध नहीं करवाया गया था। किंतु इसकी भरपाई भी कर दी गई थी। अर्थात गेहूं के स्थान पर लाभार्थियों को चावल उपलब्ध करवा दिया गया।
एक महत्वपूर्ण परिवर्तन
अब जैसा कि इस बारे में सभी जानते ही हैं कि राशन कार्ड योजना के तहत जो खाद्य सामग्रियां उपलब्ध कराई जाती है, उसमें गेहूं भी सम्मिलित होता है। किंतु गेहूं का प्रयोग सीधे तौर से नहीं किया जा सकता है।
अर्थात गेहूं प्राप्त करने के पश्चात लाभार्थियों को गेहूं के आटे में परिवर्तित करवाना होता है। इस के लिए लाभार्थियों को पैसों का भुगतान भी करना पड़ता है।
ऐसे में राशन कार्ड योजना के तहत जो निम्न वर्गीय परिवार है, उन्हें काफी ज्यादा दिक्कत होती थी। ऐसे में हरियाणा राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा कर दी।
जहां पर लाभार्थियों को मासिक रूप से प्रदान किए जाने वाले गेहूं के स्थान पर सीधे आटा उपलब्ध कराया जाएंगे। जिससे कि गेहूं को आटे में परिवर्तित किए जाने पर होने वाले खर्च से बचा जा सके।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष राशन कार्ड योजना से संबंधित सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित कर दी है। हमें आशा है कि हमारा यह प्रयास आपको पसंद आया होगा।