राशन कार्ड योजना सरकार के द्वारा शुरू की गई एक ऐसी योजना है, जिसका लाभ बिना किसी भेदभाव के प्रत्येक पात्र लाभार्थी को प्राप्त होता आ रहा है।
हालांकि समय के साथ इस योजना के तहत काफी सारे परिवर्तन किए गए। यह परिवर्तन सामान्यतः केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार दोनों के द्वारा किए जाते रहे हैं।
यदि आप भी एक राशन कार्ड धारक है, तो आज के हमारे इस पोस्ट के माध्यम से आपको राशन कार्ड धारकों को उपलब्ध कराई जाने वाली नई सुविधा के विषय में जानकारी की प्राप्ति हो सकेगी।
राशन कार्ड योजना क्या है?
राशन कार्ड योजना केंद्र सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई एक अत्यंत लाभकारी योजना है। इस योजना के तहत आने वाली लाभार्थियों को सरकार के द्वारा कम मूल्य में खाद्यान्नों की प्राप्ति होती है। उपलब्ध कराए जाने वाले यह खाद्यान्न काफी ज्यादा कम मूल्यों में लाभार्थियों तक पहुंचाए जाते हैं।
कम मूल्य में होने का अर्थ है या नहीं है, कि इसकी गुणवत्ता से किसी भी प्रकार से खिलवाड़ किया जाएगा। अर्थात कम मूल्य के बावजूद भी इस योजना के तहत वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न काफी ज्यादा अच्छी क्वालिटी के होते हैं।
राशन कार्ड योजना के तहत जो खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है, उन में मुख्य रूप से चावल, गेहूं, चना, चीनी, दाल, नमक, तेल इत्यादि सम्मिलित होते है। ग्रामीण क्षेत्रों में कंबल तथा मच्छरदानी जैसी मूलभूत आवश्यकता की वस्तुएं भी उपलब्ध कराई जाती है।
इस योजना को क्यों शुरू किया गया?
केंद्र सरकार के द्वारा राशन कार्ड योजना की शुरुआत काफी वर्ष पूर्व की गई थी। हमारे देश में राशन वितरण कि इस प्रणाली की शुरुआत अंग्रेजों के शासनकाल में अंग्रेजो के द्वारा हुई थी।
उस समय अवधि में इस राशन कार्ड योजना के स्थान पर “राशनिंग” का नाम दिया गया था। हालांकि बंगाल में अकाल के पश्चात इस योजना को स्थाई घोषित कर दिया गया था।
सरकार के द्वारा जब भी किसी योजना की शुरुआत की जाती है, तो उसके पीछे कोई ना कोई मुख्य उद्देश्य अवश्य ही होता है। ठीक इसी प्रकार से राशन कार्ड योजना को शुरू करने के पीछे भी सरकार का एक मुख्य उद्देश्य है।
राशन कार्ड योजना के माध्यम से सरकार देश में उत्पन्न होने वाली संभावित अकाल की स्थिति पर नियंत्रण साधना चाहती है। इसके अतिरिक्त आर्थिक रूप से असक्षम लोगों को किफायती मूल्य में खाद्यान्न की प्राप्ति करवाना चाहती है। इस वजह से राशन कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी।
मुफ्त राशन कार्ड योजना
हम सब को यह पता है की कोरोना महामारी के समय में हमारे देश की क्या स्थिति थी? देश में काफी लंबे समय तक लॉकडाउन रहा था। इसी समय अवधि में आर्थिक रूप से असक्षम लोगों को काफी अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
क्योंकि इन्हें खाने के लिए अन्न जुटाने इतने भी धन प्राप्त नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में सरकार ने राशन कार्ड योजना के तहत घोषणा कर दी थी, कि प्रत्येक राशन कार्ड धारक को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध करवाए जाएंगे।
वहीं सरकार के द्वारा घोषणा की गई कि साल 2023 में प्रत्येक राशन कार्ड को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जाएगा। अर्थात दिसंबर 2023 तक प्रत्येक राशन कार्ड धारक को मुफ्त में खाद्यान्न की प्राप्ति हो सकेगी।
राज्य सरकार का भी होता है, पूर्ण हस्तक्षेप
राशन कार्ड योजना भले ही केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई है। किंतु इस योजना में राज्य सरकारें भी पूर्ण रूप से हस्तक्षेप कर सकती है। अभी हाल फिलाल हरियाणा राज्य में इस योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पहलू देखने को मिले हैं।
हरियाणा राज्य में बीपीएल राशन कार्ड तथा एएआई राशन कार्ड धारकों को सरकार मुफ्त में 2 लीटर सरसों का तेल उपलब्ध करवा रही थी। किंतु मूल्यों में वृद्धि होने के परिणाम स्वरूप सरसों के तेल के स्थान पर नगद पैसे देने का निर्णय लिया गया।
इस योजना के तहत हरियाणा राज्य के प्रत्येक राशन कार्ड धारक को सरकार के द्वारा हर महीने ₹250 दिए जा रहे थे। किंतु बड़े जोरों शोरों से यह बात चर्चा में थी कि इस योजना के तहत प्रदान की जाने वाली इस धनराशि में वृद्धि की जाएगी।
परिणाम स्वरुप प्रत्येक राशन कार्ड धारक को अब हर महीने ₹250 के स्थान पर ₹350 सरकार उपलब्ध करवाएंगी। केवल इतना ही नहीं हरियाणा सरकार ने राशन कार्ड धारकों को और भी बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई है।
नहीं दिया जाएगा गेहूं
हरियाणा सरकार के द्वारा एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। जिसके मुताबिक राशन कार्ड धारकों को राशन वितरण के दौरान गेहूं उपलब्ध नहीं करवाया जाएगा।
क्योंकि इस योजना के तहत लाभार्थियों को जब गेहूं उपलब्ध कराया जाता है, तो वे उसका प्रत्यक्ष प्रयोग नहीं कर सकते हैं। अर्थात उन्हें गेहूं को सर्वप्रथम आटे में परिवर्तित करना होता है।
इसके लिए उन्हें पैसे भी खर्च करने पड़ते हैं। परिणाम स्वरूप आर्थिक रूप से सक्षम लोगों के लिए यह एक दुविधा के समान ही है। ऐसे में हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया और यह सुनिश्चित कर दिया कि राशन कार्ड योजना के तहत लाभार्थियों को गेहूं के स्थान पर आटा उपलब्ध करवाया जाएगा।
जिससे कि पिसाई में लगने वाले पैसे बच सके। इसके परिणाम स्वरूप लाभार्थियों को अलग से पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
आधार लिंक कराएं राशन से
अभी हाल फिलहाल सरकार के द्वारा एक अत्यंत आवश्यक खबर प्रत्येक राशन कार्ड धारक के समक्ष प्रस्तुत की जा रही है। जिसके मुताबिक प्रत्येक राशन कार्ड धारक को अपने राशन कार्ड को अपने आधार से लिंक करवाना होगा।
अगर राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक नहीं करवाया जाता है, तो संभवतः भविष्य में इस योजना के तहत प्रदान की जाने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ सकता है।
सरकार के द्वारा राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की तिथि 30 जून 2023 की निर्धारित की गई है। अतः प्रत्येक राशन कार्ड धारक को इस तिथि से पूर्व ही अपने आधार कार्ड को अपने राशन कार्ड से लिंक करवा लेना है।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष राशन कार्ड योजना से संबंधित काफी सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित कर दिए हैं। हमें आशा है कि हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई यह सारी जानकारियां आपके लिए हितकारी सिद्ध होगी।