जब राशन कार्ड योजना का नाम लिया जाता है, तो इस योजना के तहत उपलब्ध कराए जाने वाले खाद्य सामग्रियों का भी नाम स्वतः ही लिया जाता है। आज के इस पोस्ट में इस योजना से संबंधित सारी की सारी आवश्यक जानकारियां मौजूद है।
ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि इस योजना के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाएं आपको भविष्य में भी मिलती रहे और इसके अतिरिक्त सारी की सारी आवश्यक अपडेट भी आप तक पहुंचती रहे, तो हमारे इस पोस्ट को आखिर तक अवश्य पढ़ें।
वैसे तो राशन कार्ड योजना को इस योजना के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली कम मूल्य वाले खाद्य सामग्रियों के चलते ही जाना जाता है। लेकिन इन दिनों एक अत्यंत महत्वपूर्ण अपडेट भी इस योजना के तहत प्रस्तुत की जा रही है।
क्या है यह योजना?
राशन कार्ड योजना के विषय में लगभग प्रत्येक व्यक्ति को जानकारी है। इस योजना की शुरुआत हमारे देश की सरकार के द्वारा तो नहीं की गई है किंतु इस योजना के आधुनिकरण में हमारे देश की सरकार काफी अधिक महत्वपूर्ण है।
इस योजना के तहत लाभार्थियों को बाजार में उपस्थित मूल्य दरों की तुलना में काफी ज्यादा कम मूल्य में खाद्यान्न नियमित रूप से हर महीने प्रदान किए जाते हैं।
इस योजना की शुरुआत अंग्रेजों के शासनकाल में ही कर दी गई थी। उस समय अवधि में इस योजना को “राशनिंग” के नाम से जाना जाता था। किंतु बंगाल में आए अकाल के पश्चात इस योजना को स्थाई घोषित कर दिया गया।
कौन-कौन सी वस्तुएं उपलब्ध कराई जाती है?
यदि आप भी इस योजना के तहत आवेदन कर लाभान्वित होना चाहते हैं, तो फिर आपको यह भी पता होना चाहिए, कि इस योजना के तहत आखिर लाभार्थियों को कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है?
तो आपको बता दें कि राशन कार्ड योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को हर महीने चावल, गेहूं, चना, चीनी, नमक, खाने का तेल इत्यादि सामग्रियां उपलब्ध करवाई जाती है।
इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों के लाभार्थियों को इस योजना के तहत खाद्यान्नों की अतिरिक्त केरोसिन तेल, कम्बल तथा मच्छरदानी भी उपलब्ध करवाए जाते हैं।
एक महत्वपूर्ण परिवर्तन
जैसा कि इस विषय में लगभग प्रत्येक व्यक्ति को जानकारी है ही कि हमारे देश की राशन कार्ड योजना केंद्र सरकार के द्वारा संचालित की जाती है। खाद एवं रसद विभाग के द्वारा ही इस योजना के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का ब्यौरा रखा जाता है।
किंतु इस योजना के तहत राज्य सरकारें भी पूर्ण हस्तक्षेप कर सकती है। अभी हाल फिलहाल हरियाणा सरकार ने राशन कार्ड योजना के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली गेहूं की सुविधा को रोक दिया था। इनके बदले उन्हें सिधे आटा ही उपलब्ध कराया जा रहा था।
इसी प्रकार की एक महत्वपूर्ण घोषणा कर्नाटक सरकार के द्वारा भी की गई है। यदि आप भी कर्नाटक राज्य के निवासी है, तो फिर आपको यह जानकर के अत्यधिक प्रसन्नता होगी।
जाने क्या हुआ है परिवर्तन?
अन्ना भाग्य योजना कर्नाटक में सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई मुफ्त चावल योजना है। इसके अंतर्गत बीपीएल राशन कार्ड धारकों को हर महीने 10 किलो चावल देने की घोषणा की गई है।
इस 10 किलो चावल में 5 किलो चावल केंद्र सरकार के द्वारा उन्हें प्रदान करी जाती है। जो कि उन्हें काफी ज्यादा लंबे समय से प्राप्त होती आ रही है। वही राज्य सरकार के द्वारा अतिरिक्त 5 किलो चावल देने की घोषणा की गई है।
किंतु लाभार्थियों को यह 5 किलो चावल के बदले सीधे पैसे ही दे दिए जाएंगे। अतः लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में हर महीने इस योजना के तहत ₹170 ट्रांसफर किए जाएंगे। जिससे कि वह 5 किलो अतिरिक्त चावल खरीद सके।
क्या है अन्ना भाग्य योजना?
वैसे तो सरकार के द्वारा बहुत सारी योजनाएं प्रारंभ की जाती रहती है। फिर वह सरकार चाहे केंद्र सरकार हो अथवा राज्य सरकार हो।
अन्ना भाग्य योजना कर्नाटक राज्य में सिद्धारमैया सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई एक लाभकारी योजना है। इस योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को सरकार के द्वारा 5 किलो चावल के पैसे हर महीने उनके खाते में भेजे जाएंगे।
लाभार्थियों को ₹170 हर महीने उनके अकाउंट में देखने को मिलेंगे। लेकिन इस योजना के तहत प्रत्येक राशन कार्ड धारक को लाभान्वित नहीं किया जाएगा। केवल और केवल बीपीएल राशन कार्ड धारक ही योजना के तहत लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
आवश्यक घोषणा
यदि आप भी एक राशन कार्ड धारक है, तो फिर आपके लिए भी एक महत्वपूर्ण खबर इन दिनों निकल कर के आ रही है। सरकार के द्वारा घोषणा की गई है, जिसके मुताबिक इस योजना के तहत आने वाले प्रत्येक लाभार्थी को अपना राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाना होगा।
यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो संभवतः भविष्य में इस योजना के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाएं उन्हें प्राप्त होनी बंद हो जाएगी।
ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि इस योजना की तरफ उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाएं आपको भविष्य में भी मिलती रहे, तो फिर शीघ्र अति शीघ्र अपने आधार कार्ड को अपने राशन कार्ड से लिंक करवा ले।
क्यों अनिवार्य है, यह प्रक्रिया?
केंद्र सरकार के द्वारा आधार कार्ड को राशन कार्ड से लिंक कराने की प्रक्रिया को अनिवार्य करने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है। जिसके विषय में भी जान लेना जरूरी है।
क्योंकि इस योजना के तहत आने वाले लाभार्थी अवैध तरीके से इस योजना के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। काफी सारे तो ऐसे लोग हैं, जो कि इस योजना के तहत अलग-अलग राज्यों में दो से तीन राशन कार्ड बनवा लिए हैं और अवैध रूप से राशन प्राप्त कर रहे हैं।
ऐसे में यदि वह अपने आधार कार्ड से राशन कार्ड को लिंक करवा देंगे। तो फिर केवल एक राशन कार्ड एक्टिव रहेगा। बाकी के अन्य स्वयं ही डीएक्टिवेट हो जाएंगे।
निष्कर्ष
आज के इस पोस्ट में हमने आप सभी लोगों के समक्ष राशन कार्ड योजना से संबंधित सारी की सारी आवश्यक जानकारियां उल्लेखित कर दी है। हमें आशा है कि हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई यह सारी जानकारियां आपके लिए हितकारी सिद्ध होगी।